Opinion by Ajay Kumar Sharma | Opined

Ajay Kumar Sharma
Ajay Kumar Sharma Sep 26, 2020

#मनुस्मृति
पृथ्वीमेबोये बीजसमान,पापी का कियागया पाप,उसी समय नहीफ़लता,पापीको दण्डितनहीकरता,परन्तु समयआनेपर,पाप उसी तरह फ़लताफ़ूलताहैकि पापीकीजडेंही काट डालताहै,उसे जड समेत उखाडफ़ैकताहै!
#श्लोक
नाधर्मश्चरितो लोके सद्य: फ़लति गौरिव!
शनैरावर्त्यमानस्तु कर्तुर्मूलानि कृन्तति!!
#culture