Opinion by Ajay Kumar Sharma | Opined

Ajay Kumar Sharma
Ajay Kumar Sharma Oct 8, 2020

#मनुस्मृति
वैद्य के अन्न को पीक,
व्यभिचारिणी स्त्री के अन्न को वीर्य,
ब्याज के व्यापारी के अन्न को विष्ठा और शस्त्रविक्रेता के अन्न को मल के समान मानकर
ग्रहण न करे!
#श्लोक
पूयं चिकित्सकस्यान्नं पुंश्चल्यास्त्वन्नमिन्द्रियम् !
विष्ठावार्धुषिकस्यान्नं शस्त्रविक्रयिणो मलम् !!
#cilture