Opinion by Ajay Kumar Sharma | Opined

Ajay Kumar Sharma
Ajay Kumar Sharma Oct 20, 2020

#चाणक्य_नीति
व्यक्ति मनपसंद भोजन पाकर,
मोर मेघ गर्जना से,
साधुजन लोगो की धन सम्पत्ति बढते देख कर,
और,
#दुष्ट_लोग दूसरॊ को मुसीबत मे देखकर बहुत ही खुश हो जाते है!
#श्लोक
तुष्यंति भोजने विप्रा मयूरा घनगर्जिते!
साधव: परसम्पत्तौ खल: परविपत्तिषु!!
#culture