Opinion by Ajay Kumar Sharma | Opined

Ajay Kumar Sharma
Ajay Kumar Sharma Oct 21, 2020

#चाणक्य_नीति
बलवान शत्रु को उसके अनुकूल व्यवहार करके,
दुष्ट शत्रु को जैसा को तैसा व्यवहार करके, और
अपने समान शत्रु को बल या विनय से वश मे करना चाहिये!
#श्लोक
अनुलोमेन बलिनं प्रतिलोमेन दुर्जनम्!
आत्मतुल्यबलं शत्रुं विनयेन बलेन वा!!
#culture